Jai Sri Ram

Serve Lord & spread His words
ईश्वर की सेवा करें व उनके शब्द प्रचारित करें

राम शलाका प्रश्नावली - शुरू करने से पहलेभगवान राम पर अपने मन में विश्वास के साथ अडिग ध्यान लगाएं| अपने प्रश्न पर ध्यान रखें| तब दिए गए चार्ट पे सूचक रखकर अपनी आँखें बंद करें| सूचक भंवर कर प्रश्नावली के भीतर का चयन करें| अगर सूचक बाहर है तो पुनः विचार केंद्रित कर फिर से आरंभ करें|

सु प्र बि हो मु सु नु बि धर धि  
रु सि सि हिं है मं अं 
सो सु कु सु ही धा बे नो
त्य जो रि की हो रा
पु सु सी जे कु सं रे हो नि
सं हुँ तु
का रा मि मी म्हा जा खा
ता रा रे री हृ को जू रा पू
हीं जि गो मु जि यँ ने फनि रि मि  
हि रा मि मनि न्मु खि जि सम र्क जग
सिं नु को मि नि जं धु सु का
ढ़ रि नि गुन का
ना पु वै ती हुँ तु नु
सि सु म्ह रा धी जा
रा ला री हू हीं जू रे

Sri Ramashalaka Prashnavali - Ramshalaka from 'Ram Charit Manas' by Tulsidas. It answers questions, predicts outcome of endeavors to be undertaken - based on its Chopais (couplets) 

Before commencingFix your mind on Lord Ram with unswerving faith. Concentrate on your question; keep pointer in the middle of chart above - close your eyes. Swirl pointer and select within Prashnavali (table above). If the pointer is outside rephrase question and restart.


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Munindra's quotes


"May the sunshine ever greet you
and sorrows flow away,
May the knowledge flow within you
and darkness fade away."— Munindra Misra